Nasal Polyps : नोजल पॉलिप्स एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों पर हावी हो जाती है। इस बीमारी में नाक के अंदर छोटी सी मांस की गांठ बन जाती है। जैसे-जैसे नाक में बनने वाली गांठ का साइज बढ़ता रहता है। सांस लेने में और सूंघने में समस्या होती है। इतना ही नहीं, नासिका मार्ग में होने वाली नॉन कैंसरस ग्रोथ होती है जो एलर्जी अस्थमा या इन्फेक्शन की वजह से होती है। इस बीमारी से आज दुनिया भर की पॉपुलेशन का एक बड़ा हिस्सा इफेक्ट हो रहा है।
नोजल पॉलिप्स के कारण
1. यह एक एलर्जिक राइनाइटिस या फिर साइनस इन्फेक्शन की वजह से हो सकती है।
2. अस्थमा पीड़ित लोगों को नोजल पॉलिप्स होने की पोसिब्लिटी ज्यादा बनी रहती है।
3. अगर परिवार में किसी को नोजल पॉलिप्स पहले से हुआ रहता है तो आप भी से इफेक्ट हो सकते हैं।
नोजल पोलिप्स के लक्षण
1. नाक बंद हो जाना सांस लेने में दिक्कत होना।
2. लगातार नाक का बहना
3. गंध महसूस ना होना
4. नींद की समस्या
5. गले में बलगम आना
नोजल पॉलिप्स की जांच
1. इस बीमारी की जांच करने के लिए डॉक्टर नासिका मार्ग की टेस्ट किया जाता है।
2. पॉलिप्स का साइज और जगह देखने के लिए सीटी स्कैन किया जाता है कई केसेस में एमआरआई तक किया जाता है।
3. इस दौरान एलर्जी की पहचान की जाती है जिसकी वजह से क्रॉनिक स्वेलिंग हो सकती है।
नोजल पॉलिप्स का इलाज
1. इलाज के रूप में सूजन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स दिए जाते हैं। जब आपको आराम नहीं होता तो आगे का प्रोसेस किया जाता है।
2. जब दवाओं से कोई असर नहीं होता तो इसका साइज बढ़ता जाता है इसके बाद सर्जिकल प्रोसेस की जाती है।