Monsoon Tips : बारिश के मौसम में अपनाएं यह घरेलू नुस्खें, बालों और चेहरें को रखें स्वस्थ

Azanma

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Monsoon Tips :  भारत में वर्षा ऋतु एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऋतु है। वर्षा ऋतु आषाढ़, श्रावण तथा भादो मास में मुख्य रूप से होती है। जून माह से शुरू होने वाला मानसून का मौसम हमें अप्रैल और मई की भीषण गर्मी से राहत दिलाती है। हम सभी को बारिश के मौसम में धरती की खुशबू और बारिश की सुहानी बूंदें बहुत पसंद होती है। लेकिन, चिंता की बात यह है कि मानसून का मौसम अपने साथ मच्छर जनित और जल जनित अनेक बीमारियां साथ लाता है जो काफी चिंता का विषय है – सामान्य फ्लू, वायरल बुखार, सर्दी, खांसी, गले में खराश, मलेरिया, डेंगू, हैजा, टाइफाइड, हेपेटाइटिस ए, और भी बहुत सारी बीमारियां, इस मौसम में जन्म लेती हैं। इस प्रकार, सामान्य स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ मानसून के मौसम को और अधिक जटिल बना देती हैं जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती जाती है।
मानसून आते ही लोगो में स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण घटक बन जाता है।

मानसून में हेल्दी रहने के कुछ खास टिप्स 

 

लिकिव्ड डायट

मानसून के दौरान खुद को गर्म और हाइड्रेटेड रखने के लिए गर्म पानी,अदरक की चाय, तुलसी की चाय या दालचीनी की चाय जैसी गर्म हर्बल चाय पिएं। हम जानते हैं कि बारिश में गर्म कॉफी या चाय की ज़रूरत होती है, लेकिन कैफीन और कार्बोनेटेड पेय पदार्थों का अत्यधिक सेवन शरीर को निर्जलित कर सकता है और अपच का कारण बन सकता है।

बैलेंस डायट

  1. अपने खानें में गाय के दूध से बना घी एड करें। यह पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और याददाश्त को भी बढ़ाता है।
  2. बरसात के मौसम में नीम, हल्दी और अन्य तत्वों से युक्त औषधीय तेलों का उपयोग त्वचा के संक्रमण को दूर करने और स्वस्थ त्वचा को बनाए रखने के लिए अच्छा साबित होता है।
  3. बरसात के मौसम में स्वस्थ आहार बनाए रखने के लिए कच्चे खाद्य पदार्थों से बचे और इसके बजाय गर्म, ताज़ा तैयार भोजन अपने आहार में शामिल करें।
  4. अपने भोजन में पतले सूप को एड करने पर ज़ोर दें, जो पाचन में सहायता कर सकते हैं और पोषण प्रदान कर सकते हैं।
  5. अदरक और नींबू जैसी सामग्री के साथ अपने पाचन तंत्र को सहारा देना भी इस मौसम में स्वस्थ रहने में योगदान दे सकता है।
  6. गेहूं, जौ, चावल आदि से बने खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है।
  7. जंक फूड और तले हुए पदार्थ खाने से बचें।

त्वचा को हेल्दी रखने के लिए

• Monsoon के दौरान स्किन के रोमछिद्रों को बंद होने से बचाने के लिए हल्के, बिना चिकनाई वाले मॉइस्चराइज़र चुनें। एलोवेरा, खीरा या गुलाब जल जैसे तत्वों वाले मॉइस्चराइज़र चुनें, जिनमें हाइड्रेटिंग गुण होते हैं और त्वचा की नमी को संतुलित रखने में मदद करते हैं।

• Monsoon में पैरों में लंबे समय तक नमी के संपर्क में रहने के कारण संक्रमण और फंगल वृद्धि का खतरा हो सकता है। पैरों को साफ और सूखा रखकर उनकी अतिरिक्त देखभाल करें। संक्रमण को रोकने के लिए एंटी-फंगल पाउडर या हर्बल टैल्कम पाउडर का उपयोग करें। संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए पोखरों या नम क्षेत्रों में नंगे पैर चलने से बचें।

बालों की देखरेख

•बालों को नमी से बचाने के लिए उन्हें गीले होने पर ढककर रखें, ताकि वे डैमेज न हों।

•गीले बालों को कभी भी झटके नहीं, न ही बांधकर रखें।

•रूखेपन से बचने के लिए हल्के, सल्फेट-मुक्त शैंपू का इस्तेमाल करें।

•दही, शहद या एलोवेरा जैसे नैचुरल प्रोडेक्ट से बालों को पोषण दें। नारियल या बादाम के तेल रोज लगाने से बालों की बनावट और चमक बढ़ती है।

मानसून के दौरान डेली रूटीन

  • दिन में सोने से बचें। ऐसा करने से आप पाचन सम्बन्धी समस्याओं से बच सकते है।
  • धूप में ज़्यादा देर तक न रूकें। अपने आस-पास की जगह को साफ रखें, पानी जमा न होने दें। जिससे मच्छरों के पनपने का डर कम रहेगा।
  • शरीर को गर्म रखें। गर्म तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें। नियमित व्यायाम अपनी डेली रूटीन में शामिल करें। योग बहुत फायदेमंद है।
  • मानसून के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली थेरेपी की तरह हो सकता है।बारिश के मौसम में पैरों और नाखूनों में फंगल संक्रमण होना आम बात है।

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