December 31, 2024

Sprouts In Breakfast
Recipes

Sprouts In Breakfast: ब्रेकफास्ट में खाएं स्प्राउट्स, दिनभर एनर्जेटिक रहने का सबसे है बेहतरीन तरीका

Sprouts In Breakfast: अगर आपको भी दिन भर के कामकाज के लिए एनर्जेटिक रहना है तो ब्रेकफास्ट पर खास ध्यान देना होगा. सुबह का नाश्ता ही हमें दिन भर के काम के लिए तैयार करता है. अगर आपको फिजिकल और मेंटली फिट रहना है तो कई तरह के स्प्राउट्स (Sprouts) होते हैं जिसे आप अपनी ब्रेकफास्ट(Sprouts In Breakfast) में शामिल कर सकते हैं. अंकुरित अनाज को स्प्राउट्स कहा जाता है जिसमें प्रोटीन फाइबर और विटामिन भरपूर मात्रा में होता है. इन चीजों को खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और हेल्दी एनर्जेटिक बनाने का काम करता है. मूंग दाल स्प्राउट्स(Moong Dal Sprouts) इस तरह के स्प्राउट्स में फाइबर और विटामिन पाया जाता है, जो आपके शरीर में इसकी कमी को पूरा करता है. अगर आप वेट लॉस कर रहे हैं तो वेट लॉस जर्नी में यह काफी फायदेमंद है. मूंग दाल के स्प्राउट्स मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है. आपको रोजाना अपने नाश्ते में हल्का नमक काली मिर्च मिलाकर इसे खाना चाहिए. चने का स्प्राउट्स (Chickpea Sprouts) आपको काले चने के स्प्राउट्स ब्रेकफास्ट में जरूर खाने चाहिए इसमें आयरन, प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और एनीमिया से बचने का काम करता है। काले चने को भिगोकर खा सकते हैं. सोयाबीन (Sprouts In Breakfast) सोयाबीन का स्प्राउट्स हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है. इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो मांसपेशियों को जनरेट करते हैं. यह आपके हार्मोंस और मेंटल हेल्थ को भी अच्छी तरह से बैलेंस करता है. मूली के बीज (radish sprouts) सुबह-सुबह के ब्रेकफास्ट में आपको मूली स्प्राउट्स खाना चाहिए यह आपकी बॉडी को डिटॉक्स करता है. इसके अलावा शरीर को साफ करके पाचन को सुधारने में मदद करता है. गेहूं के बीज सुबह के ब्रेकफास्ट में आपको गेहूं का बीज भी खाना चाहिए यह फाइबर से भरपूर होता है जो हमारी त्वचा को चमकदार बनाने का काम करता है. इसके अलावा यह हमारे मेटाबॉलिज्म को भी ठीक करता है और एनर्जी देता है.

Carrot Eating Benefits
Organic

Carrot Eating Benefits: कई बीमारियों को दूर करता है गाजर, जानें इसकी तासीर गर्म होगी या ठंडी

Carrot Eating Benefits: सर्दियों के मौसम में मार्केट में गाजर(Carrot) खूब बेचा जाता है. गाजर से बना हुआ हवा, सूप, सलाद और सब्जी जूस के रूप में लोग इसका सेवन करते हैं. गाजर में मिलने वाला बीटा कैरोटीन और फाइबर हमारे शरीर को कई तरह से लाभ देता है. गाजर में विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन के पाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद(Carrot Eating Benefits) है. गाजर खाने से शरीर में होने वाली कई बीमारियों से राहत मिलती है. सर्दियों के मौसम में गाजर खाना बहुत फायदेमंद होता है. बहुत कम लोगों को पता है की गाजर की तासीर ठंडी होती है या गरम. कैसी होती है गाजर की तासीर(Carrot Eating Benefits) गाजर की तासीर के बारे में जाने तो यह बिल्कुल गर्म होता है और ना ही पूरी तरह से ठंडा होता है. यह नॉर्मल होता है गाजर हल्का मीठा होता है वह ठंडा कहलाता है. वहीं जो गाजर खाने में कड़वा लगता है वह गर्म होता है. गाजर की तासीर को पहचानने के लिए स्वाद पर निर्भर करता है.सर्दियों के मौसम में गाजर का सेवन करने से कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है. कैंसर(Cancer) कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे व्यक्ति परेशान रहता है लेकिन अगर आप गाजर खाते हैं तो यह आपकी परेशानी को कम करने का काम करता है. गाजर में मौजूद बीटा केराटिन कैंसर के विकास को रोकता है. रौशनी अगर आप गाजर का सेवन करते हैं तो इस तरह से आपकी आंखों की रोशनी तेज हो जाती है. आपके शरीर में अगर विटामिन ए की कमी है तो गाजर उसे पूरा करता है. पाचन गाजर खाने से पाचन की समस्या भी ठीक हो जाती है. गाजर में मिलने वाला फाइबर आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए बेस्ट होता है. अगर आपको गैस्टिक की प्रॉब्लम भी हो रही है तो गाजर का जूस इस समस्या में काम आता है. इम्मून सिस्टम गाजर खाने से आपकी इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत हो जाती है. गाजर में मौजूद विटामिन सी शरीर को दुरुस्त रखता है और आपको कोई भी बीमारी जल्दी नहीं लगती है.

Benefits of Peepal leaves
Organic

Benefits of Peepal leaves: औषधि गुणों का खान है पीपल का पेड़, पत्ता और छाल से कई बीमारियों का कर सकते है इलाज

Benefits of Peepal leaves: आप लोगों के आस पास पीपल(Peepal) का पेड़ जरूर लगा होगा. दिव्य वृक्ष अर्थात पीपल के पेड का धार्मिक और संस्कृतिक महत्व होता है. पूजा पाठ में इस पेड़ की पूजा की जाती है. ज्यादातर शनिवार को लोग पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाते हैं. वही लोगों का मानना हैं कि पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर तप,योग और साधना करने से शांति और ज्ञान मिलता है. पीपल के पेड़ और उसके पत्तों का इस्तेमाल धार्मिक ही नहीं बल्कि कई प्रकार से आयुर्वेदिक दवाओं(Ayurvedic Medicines) में भी किया जाता है. इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो सूजन और दर्द को दूर भगाते हैं।पीपल पत्ते खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है. शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद मिलती है. सांस के मरीज खांसी,अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए पीपल के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आचार्य बालकृष्ण के अनुसार दिव्य वृक्ष यानि पीपल के पत्तों का उपयोग करके पाचन क्रिया में सुधार लाया जा सकता है. पीपल के पत्तों के प्रयोग से गैस, एसिडिटी,अपच और दस्त जैसी समस्याओं में राहत हो सकती है. त्वचा संबंधित रोगों के लिए भी पीपल के पत्तों का प्रयोग दवा की तरह कर सकते हैं. आंतों को स्वस्थ बनाने में मददगार हैं।पीपल के पत्तों में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं. इनको खाने से पाचन क्रिया को मजबूत किया जा सकता है. इनका प्रयोग करने से आंतों की एक्टिविटी बढ़ाती है जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है. पीपत के पत्तों का सेवन करने से आंतों की सफाई होती है और इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आंतों में आई किसी तरह की सूजन को भी रोकते हैं. पीपल के पत्तों को खाने से डायरिया जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. पीपल के पत्तों का सेवन करने से पेट,आंत और शरीर का खून साफ होता हैं. पीपल के पत्ते आंतों और पेट में जमा विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इससे खून में आई खराबियों को भी दूर किया जा सकता है. पीपल के पत्तों का अर्क निकालकर सेवन कररने से आंतों का इंफेक्शन दूर होता है. कमजोरी दूर करने में है असरदार(Benefits of Peepal leaves) यदि आपको शारीरिक कमजोरी महसूस हो रही हो तो इसके लिए पीपल के पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है. पीपल के पत्तों का प्रयोग करने से शरीर की कमजोरी और थकान को दूर किया जा सकता है. इसके लिए पीपल के पत्तों को सुखा कर उसका पाउडर बना लें. अब उस पाउडर के बराबर अनुपात में मिश्री मिला कर इसे सुबह शाम खाएं. इस तरह पीपल के पत्तों का इस्तेमाल करने से शरीर को मजबूत बनाया जा सकता है.

Scroll to Top